प्राचीन भारतीय मुद्राएँ: जानिए कैसे हुआ रुपये का आविष्कार?
Prachin Bhartiya Mudrayen : Know How The Rupee Was Invented? |
फूटी कोड़ी, dhela, दमड़ी, पाई और पैसे यह भारतीय सिक्कों की ऐसी कहानी है जो की बहुत पहले ही चलन से बाहर हो गई है वर्तमान पीढ़ी के बच्चों ने इन सिक्कों को शायद कभी नहीं देखा होगा। मनुष्य के बहुत से आविष्कारों में से एक है रुपए या मुद्रा का आविष्कार इस अकेले आविष्कार ने पूरी दुनिया का नक्शा ही बदल दिया है रूपेण के विकास ने न केवल पूरी दुनिया में आर्थिक और सामाजिक टैटो का विकास किया है बल्कि लोगों के जीने के तरीकों को ही बदल दिया है। इसी मुद्रा को लेकर समाज में कई तरह की कहावतें भी प्रचलित है जैसे 16 आने सच, मेरे पास फटी कोड़ी भी नहीं है, मेरा नौकर एक धेला का भी काम नहीं करता है और चमड़ी जाए पर दमड़ी ना जाए। कोड़ी, दमड़ी, दहला, पाई और 16 आने की वैल्यू कितनी होती थी यदि नहीं तो इस लेख में इसके बारे में पूरी जानकारी लेते हैं।
1. सौराष्ट्र के सिक्के प्राचीन भारत के सबसे पुराने अलंकारिक सिक्के माने जाते हैं यह 450 से 300 इस पर्व के बीच के हैं इन सिक्कों पर कूबड़ वाला बिल बना था।
2. भारत में मुद्रा व्यवस्था की शुरुआत वाणिज्य व्यवसाय के बढ़ने के साथ हुई।
3. मौर्य युग से भारत में राजग्या के मुताबिक सिक्के तैयार किए जाने लगे।
4. प्राचीन भारतीय मुद्राओं में फूटी कोड़ी दहला दमड़ी पाई और पैसा शामिल थे।
5. प्राचीन भारतीय मुद्रा की इकाइयों पर आधारित कई कहावतें आज भी प्रचलित है।
6. दुनिया के सबसे पुराने विनिमय माध्यमों में से एक फूटी कौड़ी का अत्यधिक ऐतिहासिक महत्व है।
7. चीन में 640 इस पर्व के आसपास हुकुम के सिक्के बनाने की शुरुआत हुई थी।
रुपए का आविष्कार कैसे हुआ
मानव सभ्यता के विकास के प्रारंभिक चरण में वस्तु विनिमय चलता था लेकिन बाद में लोगों की ज़रूरतें बड़ी और वास्तु विनय में से कठिनाइयां पैदा होने लगी जिसके कारण कौड़ियों से व्यापार आरंभ हुआ जो कि बाद में सिक्कों में बदल गया।
भारत में सिक्कों का आकार क्यों घटता जा रहा है।
भारत में सिक्कों का आकार क्यों घटता जा रहा है?
वर्तमान में जो रुपया चलता है दरअसल यह कई सालों के बाद रुपया बना है सबसे पहले चलन मे फूटी कोड़ी थी जो बाद में कोड़ी बनी इसके बाद:
1. फूटी कोड़ी से दमड़ी बनी
2. दमड़ी से dhela बना
3. Dhela से पाई बनी
4. पाई से पैसा बना
5. पैसे से आना बना
6. आने से रुपया बना और अब क्रेडिट कार्ड और बिटकॉइन का जमाना आ गया है।
प्राचीन मुद्रा की वैल्यू इस प्रकार:
256 दमड़ी से 192 पाई से 128 dhela से 64 पैसे से 16 आना से ₹1