राष्ट्रीय नैनो और विज्ञान प्रौद्योगिकी मिशन:
नैनो विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा अनुप्रयोगों में समन्वित तरीके से सफलता प्रदान करना
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत शुरू किया गया एक कार्यक्रम था इसका मकसद भारत को नैनो विज्ञान और अनुसंधान में वैश्विक स्तर पर लाना था प्रयोगशाला से बाजार तक नवचारों को पहुंचना था।
नैनो मिशन और प्रौद्योगिकी शुरुआत के तहत प्रारंभ किए गए प्रोत्साहन गतिविधियों के आधार पर भारत सरकार ने 2017 में नैनो विज्ञान प्रौद्योगिकी परमिशन की शुरुआत की नैनो विज्ञान और प्रौद्योगिकी अत्यधिक आशा जनक और प्रतिस्पर्धा क्षेत्र है नैनो मिशन की सफलता को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 12 योजना अवधि के दौरान नैनो मिशन के द्वितीय चरण को जारी रखने के लिए 650 करोड़ रुपए की धनराशि का आवटन किया विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग नैनो मिशन को लागू करने के लिए नोडल एजेंसी है।
नैनो मिशन के बारे में कुछ खास बाते
नैनो मिशन के बारे में कुछ खास बाते
1. इस मिशन के तहत सक्षम समूह को नैनो विज्ञान में अनुसंधान करने और नैनो प्रौद्योगिकी से जुड़े अनुप्रयोग विकसित करने के लिए की पोषण दिया जाता है।
2. इस मिशन के तहत नैनो मैटेरियल्स, नैनो डिवाइस और नैनो सिस्टम से जुड़े कार्यों के लिए नैनो विज्ञान केंद्र बनाए गए हैं।
3. इस मिशन की वजह से भारत नैनो विज्ञान और प्रौद्योगिकी में वैज्ञानिक प्रकाशनों के मामले में दुनिया के टॉप 5 देश में शामिल हो गया है।
4. इस मिशन के तहत नैनो प्रौद्योगिकी के लिए मानकों को विकसित करने के लिए अनुसंधान और विकास को बढ़ावा दिया गया है।
5. इस मिशन के तहत नैनो प्रौद्योगिकी के लिए राष्ट्रीय विनिमय्यक रूप है।
नैनो मिशन सक्षम समूह को नैनो विज्ञान में बहुत केंद्रित अनुसंधान करने और नैनो प्रौद्योगिकी आधारित अनुप्रयोगों को विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण वित्त पोषण प्रदान करता है जिसका उद्देश्य नैनो विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा अनुप्रयोगों में समन्वित तरीके से सफलता प्रदान करना है।