दिव्यांग व्यक्तियों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस रविवार, 3 दिसंबर

विश्व विकलांगता दिवस के अवसर पर, CSC SPV और भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (ALIMCO) ने विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत ALIMCO से मुफ्त पुनर्वास सहायता प्राप्त करने के लिए अलग-अलग विकलांगों और वरिष्ठ नागरिकों की सुविधा के लिए भागीदारी की है। सीएससी में दिव्यांग व वरिष्ठ नागरिकों का पंजीकरण नि:शुल्क होगा। कोई भी दिव्यांग निकटतम सीएससी से संपर्क कर सकता है जो उसे एलिम्को द्वारा समर्थन के लिए पंजीकृत करेगा। पीडब्ल्यूडी सहायक उपकरण “एलिमको” भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम द्वारा प्रदान किए जावेंगे।
जैसे- ट्राई साइकिल, व्हील चेयर, कण की मशीन व कृतिम अंग आदि।
“एलिमको” पंजीकरण के लाभ
- दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों का नि:शुल्क पंजीकरण।
- 40% प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वालों को लाभ मिलेगा।
- विकलांग व्यक्तियों को एलीस्को द्वारा ट्राइसाइकिल, व्हील चेयर और कृत्रिम अंग प्रदान किए जाएंगे।
- योजना मध्यप्रदेश के भिंड, डिंडोरी,जबलपुर,मंदसौर,शहडोल,और सिंधी जिलों में ही उपलब्ध है। जल्द ही अन्य राज्यों और जिलों में उपलब्ध होने की संभावना है।
क्या होगी पात्रता ?
- आवेदकों की आयु 60 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- आवेदकों को दिव्यांग प्रमाण-पत्र में, 40% प्रतिशत से अधिक विकलांगता होना आवश्यक है।
- आवेदकों की मासिक आय 15000/-₹ से ज्यादा नही होना चाहिये।
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- वोटर कार्ड
- बैंक पासबुक
- दिव्यांग प्रमाण-पत्र
विकलांग व्यक्तियों के अधिकारिता विभाग के संयुक्त सचिव डॉ. प्रमोद सेठ ने देश में विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण में ग्राम स्तर के उद्यमियों (वीएलई) द्वारा किए गए प्रभाव और प्रगति की सराहना की। उन्होंने कहा कि कॉमन सर्विस सेंटरों ने सरकार की डिजिटल इंडिया पहल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा, “सीएससी टीम की मदद से उत्तर प्रदेश के 5 जिलों में पायलट आधार पर कार्यक्रम शुरू किया गया था। आज की साझेदारी का मुख्य उद्देश्य देश भर में कृत्रिम अंगों और अन्य पुनर्वास उपकरणों की उपलब्धता, उपयोग, आपूर्ति और वितरण को बढ़ावा देने, प्रोत्साहित करने और विकसित करके विकलांग व्यक्तियों को लाभान्वित करना है।
एलिम्को के महाप्रबंधक कर्नल पीके दुबे ने कहा, ‘हमने कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए 185 जिलों को लक्षित किया है। इस साझेदारी से एक लाख से अधिक दिव्यांग लाभान्वित होंगे।
सीएससी एसपीवी के एमडी डॉ. दिनेश कुमार त्यागी ने कहा, “सीएससी ग्रामीण उद्यमियों में विकलांग व्यक्तियों को सशक्त बनाकर और उन्हें विभिन्न सरकारी और अन्य सेवाओं तक पहुंचने के अवसर प्रदान करके भारत में क्रांति लाने की क्षमता है। वे विशेष रूप से ग्रामीण भारत में रहने वाले वंचितों की सेवा में सरकार के एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं। एलिम्को साझेदारी की मदद से, सीएससी अब दिव्यांगजनों के लिए सभी सेवाओं के लिए वन स्टॉप शॉप होंगे और उनके लिए सही मायने में परिवर्तन के अग्रदूत होंगे।
उन्होंने कहा, “हम सीएससी के माध्यम से दिव्यांगों की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम उन वीएलई को विशेष सहायता प्रदान करेंगे जो अपने सीएससी में दिव्यांगों को रोजगार देंगे।”
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