NEET 2025 Update: – नीट परीक्षा में हुए बड़े बदलाव
नीट (NEET) परीक्षा, जिसे नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट के नाम से जाना जाता है, देश के लाखों मेडिकल छात्रों के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्रवेश परीक्षा है। हर साल लाखों छात्र इस परीक्षा में शामिल होते हैं ताकि मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में दाखिला ले सकें। 2025 में नीट परीक्षा में कुछ बड़े बदलाव किए गए हैं जो उम्मीदवारों और उनके अभिभावकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। इस लेख में, हम इन बदलावों को विस्तार से समझेंगे।
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NEET 2025 Update: – Major changes in NEET exam |
1. नीट परीक्षा का नया प्रारूप
1. नीट परीक्षा का नया प्रारूप
नीट 2025 में परीक्षा का प्रारूप पहले से काफी बदल गया है। अब तक नीट परीक्षा में 3 विषयों (भौतिकी, रसायन विज्ञान, और जीव विज्ञान) से कुल 200 प्रश्न पूछे जाते थे। लेकिन नए नियमों के अनुसार:
1. MCQ के साथ-साथ वर्णनात्मक प्रश्न: 2025 से नीट में बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) के अलावा वर्णनात्मक प्रश्न भी शामिल होंगे। इसका उद्देश्य छात्रों की समझ और विषयों पर गहराई से पकड़ को परखना है।
2. अंक विभाजन: MCQ के लिए 70% और वर्णनात्मक प्रश्नों के लिए 30% अंक निर्धारित किए गए हैं।
2. डिजिटल मोड में परीक्षा
2. डिजिटल मोड में परीक्षा
नीट 2025 परीक्षा अब पूरी तरह से डिजिटल माध्यम (CBT – Computer Based Test) में आयोजित की जाएगी। छात्रों को ऑनलाइन प्रश्न हल करने होंगे। इस परिवर्तन का उद्देश्य परीक्षा प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सटीक बनाना है।
3. भाषा विकल्पों में वृद्धि
3. भाषा विकल्पों में वृद्धि
छात्रों की सुविधा के लिए अब नीट 2025 परीक्षा 20 भाषाओं में उपलब्ध होगी। इसमें हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, तमिल, तेलुगु, बंगाली, गुजराती, और कन्नड़ जैसी भाषाओं के अलावा कुछ नई क्षेत्रीय भाषाओं को जोड़ा गया है। इससे क्षेत्रीय छात्रों को उनके पसंदीदा माध्यम में परीक्षा देने का मौका मिलेगा।
4. नकारात्मक अंकन का बदलाव
4. नकारात्मक अंकन का बदलाव
पहले की तुलना में नकारात्मक अंकन (Negative Marking) में बदलाव किया गया है:
- MCQs के लिए गलत उत्तर पर 1 अंक की कटौती होगी।
- वर्णनात्मक प्रश्नों में गलत उत्तर पर कोई नकारात्मक अंकन नहीं होगा।
यह बदलाव छात्रों के लिए राहतभरा है क्योंकि इससे उनके आत्मविश्वास पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
5. सिलेबस में संशोधन
5. सिलेबस में संशोधन
नीट 2025 के लिए सिलेबस को एनसीईआरटी (NCERT) के अनुसार पुनः व्यवस्थित किया गया है। इसके तहत:
- कुछ टॉपिक्स हटाए गए हैं जो अब मेडिकल पाठ्यक्रम के लिए प्रासंगिक नहीं माने गए।
- नए विषय और केस स्टडी आधारित प्रश्न जोड़े गए हैं, ताकि छात्रों की व्यावहारिक समझ को बेहतर परखा जा सके।
जीव विज्ञान में पर्यावरणीय और जैव प्रौद्योगिकी (Biotechnology) से जुड़े प्रश्नों पर अधिक फोकस रहेगा।
6. परीक्षा केंद्रों की संख्या में वृद्धि
6. परीक्षा केंद्रों की संख्या में वृद्धि
छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है। अब देशभर में ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में भी परीक्षा केंद्र खोले जाएंगे, जिससे छात्रों को लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।
7. परिणाम जारी करने की प्रक्रिया में तेजी
7. परिणाम जारी करने की प्रक्रिया में तेजी
नीट 2025 के परिणाम अब परीक्षा के 15 दिनों के भीतर जारी कर दिए जाएंगे। इसके लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नई तकनीकों का उपयोग शुरू किया है।
8. परामर्श प्रक्रिया में बदलाव
8. परामर्श प्रक्रिया में बदलाव
परामर्श (Counseling) प्रक्रिया को अधिक सरल और पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आधारित प्रणाली विकसित की गई है। अब छात्र अपनी पसंद के कॉलेज और पाठ्यक्रम के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
9. विशेष आरक्षण नीति
9. विशेष आरक्षण नीति
नीट 2025 में कुछ नई आरक्षण नीतियों को लागू किया गया है:
- सरकारी स्कूलों से पढ़ने वाले छात्रों को 5% अतिरिक्त आरक्षण मिलेगा।
- आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के छात्रों के लिए सीटें बढ़ाई गई हैं।
नीट 2025 में सफलता के टिप्स
इन बड़े बदलावों को देखते हुए, छात्रों को अपनी तैयारी में भी बदलाव करने की आवश्यकता है।
इन बड़े बदलावों को देखते हुए, छात्रों को अपनी तैयारी में भी बदलाव करने की आवश्यकता है।
1. समग्र अध्ययन: MCQs के साथ-साथ वर्णनात्मक उत्तरों की तैयारी करें।
2. पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र: नए प्रारूप के अनुसार प्रश्नों का अभ्यास करें।
3. डिजिटल अभ्यास: ऑनलाइन मॉक टेस्ट का अभ्यास करें ताकि डिजिटल परीक्षा के लिए तैयार हो सकें।
4. समय प्रबंधन: समय का सही तरीके से प्रबंधन करना सीखें ताकि सभी प्रश्न हल कर सकें।
5. एनसीईआरटी पर फोकस: संशोधित सिलेबस के अनुसार एनसीईआरटी की किताबों को गहराई से पढ़ें।
निष्कर्ष:
नीट 2025 में किए गए बदलाव छात्रों की योग्यता और क्षमता को सही तरीके से परखने के लिए किए गए हैं। ये बदलाव भले ही चुनौतीपूर्ण लगें, लेकिन ये छात्रों को अधिक प्रतिस्पर्धी और प्रासंगिक बनाएंगे। छात्रों को अपनी तैयारी में इन परिवर्तनों को ध्यान में रखकर रणनीति बनानी चाहिए। सही दृष्टिकोण और मेहनत से सफलता पाई जा सकती है।
नीट 2025 की परीक्षा केवल एक परीक्षा नहीं, बल्कि छात्रों के सपनों की उड़ान का पहला कदम है। सभी उम्मीदवारों को शुभकामनाएं।