दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना
ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती बेरोजगारी को कम करना और ग्रामीण युवाओं को आर्थिक रूप से आजाद बनाना
To reduce rising unemployment in rural areas and to make rural youth economically independent. |
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना एक केंद्र सरकार की योजना है जिसका मकसद ग्रामीण गरीब युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध कराना है एक प्लेसमेंट आधारित सरकारी योजना जो भारत में ग्रामीण विकास पर केंद्रित है इसका उद्देश्य भारत के लगभग 55 मिलियन ग्रामीण युवाओं को डीडीयू जीकेवाई प्रशिक्षण प्रदान करना और उन्हें एक कुशल भविष्य के युवा में बदलना है इसकी शुरुआत 25 सितंबर 2014 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 98 जयंती पर लॉन्च किया गया था।
अन्य जानकारी
1. यह योजना ग्रामीण विकास मंत्रालय का एक क्वेश्चन प्रशिक्षण प्लेसमेंट कार्यक्रम है।
2. यह योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का हिस्सा है।
3. इसका मकसद ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती बेरोजगारी को कम करना और ग्रामीण युवाओं को आर्थिक रूप से आजाद बनाना है।
4. इस योजना के तहत 15 से 35 साल के युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाता है।
5. इसे 25 सितंबर 2014 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 98 जयंती पर लॉन्च किया गया था।
6. इस योजना के तहत खुदरा स्वास्थ्य निर्माण मोटर वाहन चमड़ा विद्युत पाइपलाइन और आभूषण जैसे कई व्यापार क्षेत्र में अनुदान दिया जाता है।
योजना का उद्देश्य
ग्रामीण भारत में हमारे युवाओं कई चुनौतियों का सामना करते हैं जैसे शिक्षा और कौशल विकास की कमी जो उन्हें नियमित आई के लिए बुनियादी नौकरी के अवसर से वंचित करती है DDUJKY का मुख्य उद्देश्य वैश्विक नौकरी बाजार के लिए नए और मौजूदा आर्थिक अवसरों के लिए योग्य कौशल के साथ संसाधन तैयार करने पर जोर देते हुए इस अंतर को कम करना है।
योजना का लक्ष्य
योजना का लक्ष्य
1. कौशल प्रशिक्षण योजनाओं के अस्तित्व के बारे में ग्रामीण परिवारों के बीच जागरूकता पैदा करना।
2. समाज की गरीब और हासिय पर पड़े वर्गों को लाभ प्राप्त करने में सक्षम बनाना।
3. निशुल्क कौशल प्रशिक्षण पाठ्यक्रम उपलब्ध कराना।
4. रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए आवश्यक औद्योगिक ज्ञान प्रदान करना।
5. इच्छुक युवाओं को कौशल प्रशिक्षण के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित करना।
6. रोजगार के बाद युवाओं को पेशेवर रूप से आगे बढ़ाने में सहायता करना।
योजना की विशेषताएं
योजना की विशेषताएं
ग्रामीण युवाओं के प्रशिक्षण और रोजगार की व्यवस्था करने के लिए अल्पसंख्यक और ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक वर्ग को शामिल किया गया है इस योजना के तहत कुछ वर्गों पर अधिक जोर दिया गया है।
1. इस योजना के अंतर्गत आवंटित धनराशि का 50% अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित है।
2. निधि का 15% अन्य अल्पसंख्यक समूह के लिए आरक्षित है।
3. 3% विकलांग उम्मीदवारों के लिए आरक्षित है।
4. 33% महिला अभ्यर्थी अनिवार्य है।
आवश्यक दस्तावेज
आवश्यक दस्तावेज
1. पहचान प्रमाण के लिए आधार कार्ड ,जन्म प्रमाण पत्र, चुनाव पहचान पत्र।
2. उम्मीदवार का बीपीएल कार्ड या परिवार के किस सदस्य का बीपीएल कार्ड।
3. परिवार के किसी सदस्य का श्रमिक कार्ड जिसमें कम से कम 15 दिन का कार्य पूरे होने का उल्लेख हो।
4. परिवार के सदस्य का RSBY कार्ड।
5. जाति का प्रमाण पत्र।
योजना के लाभ
योजना के लाभ
1. निशुल्क DDUGKY प्रशिक्षण निशुल्क वर्दी निशुल्क आवास और निशुल्क पाठ्यक्रम सामग्री।
2. गैर आवासीय व्यय की प्रतिपूर्ति।
3. नौकरी और स्थान के आधार पर हर 2 से 6 महीने में वेतन वृद्धि।
4. प्रशिक्षित अभ्यर्थियों में से 70% को न्यूनतम ₹6000 प्रति माह वेतन के साथ नियुक्ति सुनिश्चित करना।
5. आधुनिक शिक्षा की उपलब्धता कंप्यूटर लेबर पीसी और टैबलेट जैसी लर्निंग सुविधा।
6. इसमें सॉफ्ट स्किल के साथ-साथ बुनियादी कंप्यूटर ज्ञान भी शामिल है।
7. किसी भी प्रशिक्षण के सफल समापन पर सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कौशल प्रमाण पत्र।
8. पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद नई नौकरी शुरू करने के लिए नए स्थान पर जाने पर पूर्ण सहायता।
Shimaela Beg
Author, Jan Seva Kendra Shujalpur, And Content Enthusiast
Passionate about [Popular Tidings, General Knowledge, Sarkari Yojana], with years of experience in [related field]. Loves to share knowledge and connect with readers.