पैन कार्ड पात्रता
PAN card: Permanent account number

पैन कार्ड यानी परमानेंट अकाउंट नंबर एक 10 अंकों का अल्फा न्यूमैरिक नंबर होता है यह कार्ड भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के तहत आयकर विभाग जारी करता है पैन कार्ड पहचान पत्र के रूप में काम करता है और कई तरह के कामों के लिए जरूरी होता है।
अन्य जानकारी
1. पैन कार्ड आयकर विभाग द्वारा जारी एक आधिकारिक दस्तावेज है।
2. पैन कार्ड का फुल फॉर्म है परमानेंट अकाउंट नंबर।
3. यहां 10 अंकों का अल्फा न्यूमैरिक कोड होता है।
4. पैन कार्ड में व्यक्ति का नाम जन्मतिथि पिता का नाम हस्ताक्षर और फोटो होती है।
5. पैन कार्ड का इस्तेमाल पहचान या जन्म प्रमाण पत्र के तौर पर किया जा सकता है।
6. पैन कार्ड की मदद से आयकर विभाग पर दाताओं के वित्तीय लेनदेन पर नजर रखता है।
7. डिजिटल PAN कार्ड बनाने में केवल 2 घंटे का समय लगता है।
पैन कार्ड का इतिहास
पैन कार्ड शुरू करने से पहले कर दाताओं को एक जी ए आर नंबर आवंटित किया जाता था यहां एक मैन्युअल सिस्टम था जो केवल एक विशिष्ट मूल्यांकन अधिकारी की देखरेख में अदिति था हालांकि यह आंकड़ा राष्ट्रीय स्तर पर अदिति नहीं था इसलिए गलत करना और गलतियों का एक बड़ा जोखिम था साथ ही कर निर्धारण के दौरान गलत पहचान की घटनाएं भी थी।
पैन कार्ड का विचार भारत सरकार द्वारा 1972 में प्रस्तुत किया गया था और इसे 1961 के आयकर अधिनियम की धारा 139 ए के अंतर्गत वैधानिक बना दिया गया था पैन कार्ड शुरू में वैकल्पिक था और और 1976 में सभी करदाता व्यक्तियों के लिए अनिवार्य कर दिया गया था।
पैन कार्ड प्रारूप
पैन कार्ड प्रारूप
1. कार्ड धारक का पूरा नाम।
2. कार्ड धारक के पिता का नाम।
3. पैन नंबर अंक।
4. कार्ड धारक का हस्ताक्षर।
5. जन्म तिथि।
6. कार्ड धारक का फोटो।
7. आयकर विभाग के टेक के साथ भारत सरकार का होलोग्राम।
पैन कार्ड के उपयोग
पैन कार्ड के उपयोग
1. आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए पिन नंबर देना जरूरी होता है।
2. बैंक में खाता खुलवाने के लिए पैन कार्ड की जरूरत होती है।
3. पासपोर्ट बनवाने के लिए पैन कार्ड की जरूरत होती है।
4. ट्रेन में ई टिकट के साथ यात्रा करते समय पहचान पत्र के रूप में पैन कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है।
5. सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए पैन कार्ड देना जरूरी होता है।
6. विभिन्न व्यक्ति लेन-देन को सुविधाजनक बनाने के लिए पैन कार्ड की जरूरत होती है।
7. पैन कार्ड का इस्तेमाल पहचान या जन्म प्रमाण पत्र के तौर पर किया जा सकता है।
8. पैन कार्ड की मदद से आयकर विभाग करदाताओं के वित्तीय लेनदेन पर नजर रखता है।
9. पैन कार्ड का इस्तेमाल टैक्स भरने बैंक खाता खोलना निवेश करने और वायर ट्रांसफर करने जैसे कामों के लिए किया जाता है।
10. पैन कार्ड के जरिए कर संबंधी जानकारी को एक ही जगह पर रखा जाता है।
11. पैन कार्ड केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड की देखरेख में जारी किया जाता है।
12. ₹500000 या उससे अधिक की संपत्ति की खरीद या बिक्री।
13. होटल और रेस्टोरेंट को ₹25000 से अधिक का भुगतान।
14. व्यवसायिक पंजीकृत करते समय पेन जानकारी प्रदान की जानी चाहिए।
15. आयकर दाखिल करते समय कर देता हूं को अपना पैन कार्ड अवश्य शामिल करना चाहिए।
16. प्रत्येक करो का भुगतान करते समय पेन कार्ड का उल्लेख करना आवश्यक है।
17. अंतर्राष्ट्रीय यात्रा की जरूरत के साथ किए गए भुगतान अगर इस परिदृश्य में राशि ₹25000 से ज्यादा है तो आपको अपना पैन कार्ड नंबर देना होगा।
18. कम से कम ₹50000 मूल्य के शेयर खरीदना।
19. म्युचुअल फंड में निवेश करना।
20. ₹50000 या उससे अधिक की बीमा पॉलिसी खरीदना।
पैन कार्ड के लाभ
पैन कार्ड के लाभ
1. आईटी रिटर्न दाखिल करना आयकर के लिए पात्र सभी व्यक्तियों और संस्थाओं से अपेक्षा की जाती है कि वह अपने आईटी रिटर्न दाखिल करें आईटी रिटर्न दाखिल करने के लिए पैन कार्ड आवश्यक है और यही मुख्य कारण है कि व्यक्ति और अन्य संस्थाएं इसके लिए आवेदन करते हैं।
2. पहचान प्रमाण पैन कार्ड एक बात पहचान प्रमाण के रूप में कार्य करता है वोटर कार्ड आधार कार्ड के अलावा पैन कार्ड को सभी वित्तीय संस्थानों और अन्य संगठनों द्वारा पहचान प्रमाण के रूप में स्वीकार किया जाता है।
3. कर कटौती पैन कार्ड बनवाने का एक महत्वपूर्ण कारण कराधान है यदि संस्था या व्यक्ति ने अपने बैंक खाते से पैन नंबर लिंक नहीं किया है और बचत जमा पर वार्षिक ब्याज आय ₹10000 से अधिक है तो बैंक 10% के ब्याज और 30% टीडीएस कटेगा।
4. आयकर रिफंड का दावा करना कई बार करदाता की ए से काटा गया टीडीएस उसे वास्तविक कर से अधिक होता है जो उसे चुकाना होता है अतिरिक्त कर का दावा करने के लिए करदाता को अपने बैंक खाते से जुड़ा पैन नंबर रखना होगा।
5. व्यवसाय शुरू करना व्यवसाय शुरू करने के लिए किसी कंपनी या किसी अन्य इकाई को अनिवार्य रूप से अपनी इकाई के नाम पर पंजीकृत पैन कार्ड की आवश्यकता होती है व्यवसाय के लिए कर पंजीकरण संख्या की आवश्यकता होती है जो केवल तभी प्राप्त होती है जब इकाई के पास पैन कार्ड हो।
पैन कार्ड क्यों महत्वपूर्ण है?
पैन कार्ड क्यों महत्वपूर्ण है?
1. पैन कार्ड विभिन्न परियोजनाओं के लिए कानूनी पहचान सत्यापन और फोटो के रूप में कार्य करता है जिससे गैस कनेक्शन प्राप्त करना है बैंक खाता खोलना शामिल है।
2. बैंकिंग बैंक- खाता खोलने और बैंकिंग से जुड़े अन्य व्यक्ति कार्यों के लिए पैन कार्ड की आवश्यकता होती है धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग से निपटने के लिए अब यह आवश्यक है प्रतिदिन ₹50000 से अधिक की नगद जमा राशि के लिए पैन कार्ड की जानकारी देना अनिवार्य है ₹50000 से अधिक की सवधी जमा राशि के लिए भी पैन कार्ड की जानकारी देना अनिवार्य है।
3. डेबिट क्रेडिट कार्ड आवेदन- डेबिट क्रेडिट कार्ड आवेदनों के लिए भी पैन कार्ड जानकारी की आवश्यकता होती है पैन कार्ड जानकारी की कमी अन्य कारकों के कारण आज स्वीकृत किए गए आवेदन आपके क्रेडिट स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं।
4. ऋण आवेदन -सभी प्रकार के ऋण आवेदनों के लिए पैन कार्ड की जानकारी आवश्यक है।
5. संपत्ति खरीदना बेचना यदि अचल संपत्ति का मूल्य ₹500000 से अधिक हेतु किसी भी प्रकार के संपत्ति लेनदेन बिक्री या खरीद के लिए खरीदार और विक्रेता के पैन कार्ड विवरण कानून द्वारा आवश्यक है संयुक्त स्वामित्व के मामले में सभी मालिकों के पैन कार्ड नंबर की आवश्यकता होती है।
6. डाकघर जमा ₹50000 से अधिक का डाकघर जमा खाता खोलते समय भी पैन कार्ड डाटा की आवश्यकता होती है।
पैन कार्ड बनाने के लिए पात्रता
पैन कार्ड बनाने के लिए पात्रता
पैन कार्ड बनवाने के लिए आयु की कोई न्यूनतम या अधिकतम सीमा तय नहीं है।
आवश्यक दस्तावेज
आवश्यक दस्तावेज
1. पहचान प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट
2. जन्म प्रमाण पत्र
3. एड्रेस प्रूफ सर्टिफिकेट
4. पासपोर्ट साइज फोटो

Shimaela Beg
Author, Jan Seva Kendra Shujalpur, And Content Enthusiast
Passionate about [Popular Tidings, General Knowledge, Sarkari Yojana], with years of experience in [related field]. Loves to share knowledge and connect with readers.