Employer Incentive Scheme

Employer Incentive Scheme: Benefits of the scheme, related schemes
Employer Incentive Scheme: Benefits of the scheme, related schemes
नियोक्ता समर्थन योजना- (Employer Incentive Scheme) एक ऐसी सरकारी पहल है जो विशेष रूप से संगठित क्षेत्र में रोजगार सृजन और युवाओं के कौशल विकास को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य नए कर्मचारियों को रोजगार देने वाले नियोक्ताओं को प्रोत्साहन देना और पहली बार नौकरी प्राप्त करने वाले युवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है।

योजना का उद्देश्य

1. रोजगार सृजन में मदद: नियोक्ताओं को नए कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए आर्थिक प्रोत्साहन प्रदान करना।
2. युवाओं के कौशल विकास को बढ़ावा: प्रशिक्षण कार्यक्रमों और अन्य संसाधनों के माध्यम से युवाओं को संगठित क्षेत्र में रोजगार के लिए तैयार करना।
3. आर्थिक सहायता: पहली बार नौकरी पाने वाले युवाओं को तीन किस्तों में वेतन सहायता के रूप में आर्थिक लाभ।

योजना के प्रमुख प्रावधान

1. वेतन प्रोत्साहन: योजना के तहत पहली बार संगठित क्षेत्र में नौकरी पाने वाले कर्मचारियों को एक महीने का वेतन आर्थिक सहायता के रूप में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से दिया जाएगा।
2. नियोक्ताओं को समर्थन: नए कर्मचारियों को नियुक्त करने पर कंपनियों को टैक्स में छूट और अन्य प्रोत्साहन दिए जाएंगे।
3. स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम: युवाओं के कौशल को उन्नत करने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएंगे।

लाभार्थी कौन हैं?

1. पहली बार नौकरी पाने वाले युवा: इस योजना का मुख्य लाभ उन युवाओं को मिलेगा जो पहली बार संगठित क्षेत्र में नौकरी कर रहे हैं।
2. नियोक्ता: नए रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए कंपनियों और उद्यमों को आर्थिक प्रोत्साहन।
3. महिलाएं और वंचित वर्ग: इन वर्गों को प्राथमिकता देते हुए रोजगार अवसर प्रदान करना।

आवेदन प्रक्रिया

1. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक नियोक्ताओं और युवाओं को पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा।
2. दस्तावेज़: आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, और रोजगार संबंधित दस्तावेज़ की आवश्यकता होती है।
3. समय सीमा: योजना के तहत प्रोत्साहन पाने के लिए आवेदन करने की समय सीमा निर्धारित है।

योजना के लाभ

1. रोजगार में वृद्धि: संगठित क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
2. युवाओं की आय में सुधार: पहली बार नौकरी पाने वाले युवाओं को आर्थिक स्थिरता।
3. कौशल विकास: प्रशिक्षण कार्यक्रमों से युवाओं की उत्पादकता और रोजगार की संभावना में सुधार होगा।

बजट और निवेश

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस योजना के लिए 2024-25 के बजट में 2 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया है। यह राशि 5 वर्षों में 4.1 करोड़ युवाओं को रोजगार, कौशल विकास और अन्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए खर्च की जाएगी।

संबंधित योजनाएं

1. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY)
2. राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना (NAPS)
यह योजना उन युवाओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो पहली बार नौकरी की तलाश कर रहे हैं और संगठित क्षेत्र में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं।

निष्कर्ष:

नियोक्ता समर्थन योजना संगठित क्षेत्र में रोजगार को बढ़ावा देने के साथ-साथ युवाओं और नियोक्ताओं के बीच एक सकारात्मक जुड़ाव बनाने का प्रयास है। यह योजना न केवल आर्थिक सुधार को गति देगी, बल्कि कौशल विकास और रोजगार के नए अवसरों की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।

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Saman Sabir

Author, Jan Seva Kendra Shujalpur, And Content Enthusiast

Passionate about [Sarkari Yojana, Agriculture, Popular Tidings], with years of experience in [related field]. Loves to share knowledge and connect with readers.

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