NMMS स्कॉलरशिप योजना: में छात्रों को मिलेंगे 12000/- रुपए
योजना के तहत छात्रों को हर साल 12000/- रुपये की सहायता
Under the scheme, assistance of Rs 12000/- every year to the students. |
राष्ट्रीय मीन्स-कम-मेरिट स्कॉलरशिप (NMMS) योजना का उद्देश्य उन छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और उच्च शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं। इस योजना के तहत छात्रों को प्रतिवर्ष 12000 रुपए की सहायता दी जाती है।
योजना का उद्देश्य:
NMMS का मुख्य उद्देश्य छात्रों को आठवीं कक्षा के बाद स्कूल छोड़ने से रोकना और उच्च शिक्षा के प्रति प्रेरित करना है। यह योजना विशेष रूप से उन बच्चों के लिए है जो आर्थिक रूप से पिछड़े हैं और जिनके परिवार की आय 1.5 लाख रुपए से कम है।
पात्रता:
1. आवेदक सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त या स्थानीय निकाय के स्कूलों में आठवीं कक्षा के छात्र होना चाहिए।
2. वार्षिक पारिवारिक आय 1.5 लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए।
3. आवेदक का पिछले परीक्षा में कम से कम 55% अंक होना आवश्यक है।
पात्रता:
1. आवेदन प्रक्रिया: NMMS योजना में आवेदन ऑनलाइन माध्यम से जन सेवा केंद्र (CSC) के माध्यम द्वारा किया जा सकता है। छात्रों को अपने राज्य के शिक्षा पोर्टल पर जाकर आवश्यक जानकारी भरनी होती है।
2. चयन प्रक्रिया: NMMS के तहत चयन परीक्षा होती है, जिसमें मेंटल एबिलिटी टेस्ट (MAT) और स्कॉलरशिप एबिलिटी टेस्ट (SAT) शामिल हैं। चयनित छात्रों को हर साल 12000 रुपए की छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।
स्कॉलरशिप वितरण और लाभ:
इस योजना से न केवल आर्थिक सहायता मिलती है, बल्कि उच्च शिक्षा के प्रति छात्रों का आत्मविश्वास भी बढ़ता है। NMMS योजना से छात्र शिक्षा में निरंतरता बनाए रख सकते हैं और अपनी पढ़ाई को उच्च स्तर पर ले जा सकते हैं।
निष्कर्ष:
NMMS योजना जैसे प्रयास शिक्षा में समानता को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह योजना न केवल छात्रों को आगे बढ़ने में मदद करती है बल्कि समाज में शिक्षा का स्तर भी ऊँचा उठाती है।