अटल भूजल योजना:
योजना समुदाय के नेतृत्व में भूजल प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई
अटल भूजल योजना के बारे में जरूरी जानकारी
1. यहां योजना समुदाय के नेतृत्व में भूजल प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी।
2. इसका मकसद चुनिंदा राज्यों के जल संकटग्रस्त इलाकों में भूजल प्रबंधन के संसाधनों में सुधार करना है।
3. यह योजना गुजरात हरियाणा कर्नाटक मध्य प्रदेश महाराष्ट्र राजस्थान और उत्तर प्रदेश में लागू की गई है।
4. इस योजना के तहत राज्य को अनुदान सहायता दी जाती है।
5. इस योजना के लिए 6000 करोड रुपए की कुल लागत ते की गई है इसमें से 3000 करोड रुपए भारत सरकार और ₹3000 करोड रुपए विश्व बैंक से ऋण के रूप में आएंगे।
6. इस योजना के तहत समुदाय को कुशल भूजल प्रबंधन प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
7. इस योजना के तहत कम पानी वाली खेती को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य पहचाने गए राज्य अर्थात गुजरात कर्नाटक हरियाणा राजस्थान मध्य प्रदेश महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश मैं चुनिंदा जल संकटग्रस्त क्षेत्रों में भूजल संसाधनों के प्रबंधन में सुधार करना है।
- समय अवधि
इसमें वर्ष 2020-21 से 2024 25 तक भूजल संरक्षण तथा संबंधित संगठनों को सुदृढ़ बनाने में सहायता के लिए 723 करोड रुपए का प्रस्तावित बजटिंग प्रावधान है इस योजना के तहत 14 जिलों के 36 करो कि 1656 ग्राम पंचायत की पहचान की गई है जो गंभीर श्रेणी में आती है।
भूजल का महत्व
यह कृषि और औद्योगिक क्षेत्र के लिए पानी का एक महत्वपूर्ण स्रोत है यहां एक अक्षय संसाधन है जल विज्ञान चक्र का एक महत्वपूर्ण और अभिन्न अंग होने के कारण इसकी उपलब्धता वर्षा और पुनर्भरण स्थितियों पर निर्भर करती है कुछ समय पहले तक इस दूषित पानी का भरोसेमंद स्रोत माना जाता था।