बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना
जानिए क्या है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के बारे में
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Know what about Beti Bachao Beti Padhao Scheme |
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना 22 जनवरी 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पानीपत हरियाणा में शुरू की गई थी इस योजना का मकसद महिलाओं की शक्ति करण और लैंगिक भेदभाव के खिलाफ जागरूकता फैलाना है इस योजना की शुरुआत 2011 की राष्ट्रीय जनगणना के बाद हुई थी इस जनगणना में बाल लिंग अनुपात और जन्म के समय लिंग अनुपात में गिरावट का पता चला था इसका उद्देश्य बाल लिंगानुपात में गिरावट के मुद्दे को संबोधित करना है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नाम का अर्थ है लड़की को बचाओ और लड़की को शिक्षित करो इस योजना का उद्देश्य नागरिकों को लैंगिक पूर्व गृह के खिलाफ शिक्षित करना और लड़कियों के लिए कल्याणकारी सेवाओं को प्रभावकारिता में सुधार करना है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना
संस्थापक | भारत सरकार |
देश | भारत |
प्रधानमंत्री | नरेंद्र मोदी |
आरंभ | 22 जनवरी 2015 |
वर्तमान स्थिति | सक्रिय |
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के बारे में जरूरी जानकारी-
1. यहां योजना लैंगिक भेदभाव को कम करने और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई।
2. इस योजना की शुरुआत साल 2015 में हुई।
3. इसका मकसद लड़कियों को शिक्षित करना उन्हें शोषण से बचाना और उन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से आजाद बनाना है।
4. इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए डाकघर या बैंक में जाकर आवेदन पत्र भरना होता है।
5. इस योजना के तहत लड़के और लड़कियों के लिंग अनुपात पर ध्यान दिया जाता है।
6. इस योजना के तहत लोगों को जागरूक किया जाता है और महिलाओं के लिए कल्याणकारी सेवाओं को बढ़ाया जाता है।
7. इस योजना की शुरुआत 2011 की जनगणना के बाद की गई थी।
8. इस योजना के तहत बाल लिंगानुपात और जन्म के समय लिंगानुपात में गिरावट को रोकने पर ध्यान दिया जाता है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लाभ-
माता-पिता अपनी बेटी की शिक्षा या शादी के लिए बचत करने हेतु उसके नाम पर खाता खोल सकते हैं SSY जमा पर 8.2% प्रति वर्ष जनवरी 2024 तक की कर मुक्त ब्याज दर प्रदान करता है बालिका 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने की बात पूरी राशि निकाल सकती है इससे बालिका को वित्तीय सहायता मिलती है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की मुख्य विशेषताएं-
स्थानीय प्रकाशनिक अधिकारियों को प्रशिक्षण देना तथा सामाजिक परिवर्तन के लिए रैली में सरकारी संगठनों और स्कूलों के कर्मचारियों को भी शामिल करना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का उद्देश्य बालिकाओं की सुरक्षा करना तथा भ्रूण हत्या और कन्या शिशु हत्या जिसे आप मानवीकृतों को रोकना है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का प्रमुख उद्देश्य-
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से पूरे जीवन काल में शिशु लिंग अनुपात में कमी को रोकने में मदद मिलती है। और महिलाओं के सशक्तिकरण से जुड़े मुद्दों का समाधान होता है।
1. पक्षपात लिंग चुनाव की प्रक्रिया का उन्मूलन बालिकाओं का अस्तित्व और सुरक्षा सुनिश्चित करना।
2. बालिकाओं की शिक्षा सुनिश्चित करना।
3. बालिकाओं को शोषण से बचाना व उन्हें सही गलत के बारे में अवगत कराना।
4. इस योजना का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से लड़कियों को सामाजिक और व्यक्ति रूप से स्वतंत्र बनाना है।
5. लोगों को इसके प्रति जागरूक करना एवं महिलाओं के लिए कल्याणकारी सेवाएं वितरित करने में सुधार करना है।
6. इस योजना का उद्देश्य बेटियों के अस्तित्व को बचाना और वह उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करना भी है।
7. इस योजना के तहत मुख्य रूप से लड़के एवं लड़कियों के लिंग अनुपात में ध्यान केंद्रित किया गया है ताकि महिलाओं के साथ हो रहे भेदभाव और सेक्स डिटरमिनेशन टेस्ट को रोका जा सके।
8. शिक्षा के साथ-साथ बेटियों को अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ाने एवं उनकी इसमें भागीदारी को सुनिश्चित करना भी इसका मुख्य लक्ष्य है।
रणनीतियां
1. बालिका और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक सामाजिक आंदोलन और सामान मूल्य को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान का कार्यानवय करना।
2. इस मुद्दे को सार्वजनिक विमर्श का विषय बनाना और उसे संशोधित करने रहना सुशासन का पैमाना बनाना।
3. निम्न लिंगानुपात वाले जिलों की पहचान कर ध्यान देते हुए गहन और एकीकृत कार्यवाही करना।
4. सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में स्थानी महिला संगठनों युवाओं की सहभागिता लेते हुए पंचायती राज्य संस्थाओं स्थानीय निकायों और जमीनी स्तर पर जुड़े कार्यकर्ताओं को प्रेरित एवं प्रशिक्षित करते हुए सामाजिक परिवर्तन के प्रेरक की भूमिका में डालना जिला /ब्लाक/ जमीनी स्तर पर अंतर क्षेत्रीय और अंतर संस्थागत समायोजन को सक्षम करना।
5. महिलाओं एवं बालिकाओं के प्रति हो रहे अत्याचारों और अपराधों की रोकथाम।
6. महिलाओं एवं बालिकाओं की शिक्षा व उन्हें आत्मनिर्भर बनने पर जोर देना।