Deen Dayal Upadhyaya Grameen Kaushalya Yojana : Coverage

दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना

Deen Dayal Upadhyaya Grameen Kaushalya Yojana Hindi,Deen Dayal Upadhyaya Grameen Kaushalya Yojana : Coverage
Deendayal Upadhyay Rural Skills Scheme
गरीब ग्रामीण युवाओं को नौकरियों में नियमित रूप से न्यूनतम मजदूरी के बराबर या उससे ऊपर मासिक मजदूरी प्रदान करने का लक्ष्य रखता है यह ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने के लिए की गई पहल में से एक है आजीविका गरीबी कम करने के लिए एक मिशन है जो राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का एक हिस्सा है इस योजना से 550 लाख से अधिक ऐसे गरीब ग्रामीण युवाओं को जो कुशल होने के लिए तैयार हैं स्थाई रोजगार प्रदान करने के द्वारा लाभ होगा। इस योजना का महत्व गरीबी कम करने की इसकी क्षमता से है इसकी संरचना प्रधानमंत्री के अभियान मेक इन इंडिया के लिए एक प्रमुख योगदान करता के रूप में की गई है। गरीबी कम करने के लिए परिवारों को नियमित रूप से मजदूरी के माध्यम से लाभकारी और स्थाई रोजगार का उपयोग करने के लिए गरीबों को सक्षम बनाना।
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना गरीब ग्रामीण युवाओं को नौकरियों मैं नियमित रूप से न्यूनतम मजदूरी के बराबर या उससे ऊपर मासिक मजदूरी प्रदान करने का लक्ष्य रखता है यह ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने के लिए की गई पहलों में से एक है।

अधिक जानकारी-

1. यहां योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का हिस्सा है।
2. इसका मकसद ग्रामीण गरीब परिवारों की आई बढ़ाना और ग्रामीण युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।
3. इस योजना के तहत 250 से ज्यादा व्यापार क्षेत्र में अनुदान दिया जाता है इसमें खुदरा स्वास्थ्य निर्माण मोटर वाहन चमड़ा विद्युत पाइपलाइन रतन और आभूषण वगैरह शामिल है।
4. इस योजना में प्रशिक्षण मांग आधारित होना चाहिए और कम से कम 75% प्रशिक्षुऔ नियुक्ति होनी चाहिए।
5.उम्मीदवारों को उद्योग की जरूरत के मुताबिक प्रशिक्षित किया जाए इसके लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय ने कैपटिव रोजगार दिशा निर्देश जारी किए हैं।

इसके तहत प्लेसमेंट

1. अवसर पर समुदाय के भीतर जागरूकता का निर्माण।
2. गरीब ग्रामीण युवाओं की पहचान करना।
3. रुचि रखने वाले ग्रामीण युवाओं को जुटाना।
4. युवाओं और माता-पिता की काउंसलिंग।
5. योगिता के आधार पर चयन।
6. रोजगार के अवसर को बढ़ाने के लिए ज्ञान उद्योग से जुड़े कौशल और मनोदृष्टि प्रदान करना।
7. नियुक्त के बाद कार्यरत व्यक्ति को स्थिरता के लिए सहायक।

दृष्टिकोण

1. प्रमुखता में बदलाव प्रशिक्षण से कैरियर में।
2. विकास से गरीब और हंसीऐ है पर खड़े लोगों को लाभ लेने हेतु सक्षम बनाना।
3. पलायन के दर्द को कम करना जब पलायन अनिवार्य हो।
4. भागीदारी के निर्माण के लिए सक्रिय दृष्टिकोण।
5. इनपुट और आउटपुट की निगरानी जहां मुख्य ध्यान प्लेसमेंट यानी उत्पादन पर है।
6. यहां राज्यों को दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल परियोजनाओं का पूर्ण स्वामित्व लेने के लिए सक्षम बनाता है। या फैसला किया गया है कि अब और किसी मल्टी स्टेट परियोजनाओं पर विचार नहीं किया जाएगा।
7. पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्रालय के सहयोग से उत्तर पूर्व के राज्यों की विशेष आवश्यकताओं और जरूरत के अनुरूप कौशल विकास के लिए विशिष्ट परियोजनाएं।

योजना का कवरेज

यहां योजना पूरे देश के लिए लागू है यह योजना वर्तमान में देश के 33 राज्यों संघ राज्य क्षेत्र के 610 जिलों में 202 से अधिक PIA के साथ साझेदारी में 50 से अधिक क्षेत्र एवं 250 से अधिक व्यापार क्षेत्र में लागू की जा रही है।

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